राजधानी रांची में शुक्रवार को एक सनसनीखेज अपहरण की घटना सामने आई, जब लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल के परिसर से 14 वर्षीय छात्रा को सफेद ब्रेज़ा कार (JH-01FZ-3323) में सवार दो लोगों ने जबरन उठाकर ले लिया। घटना स्कूल टाइम के दौरान हुई, जिसने पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्कूल कैंपस के अंदर से हुआ अपहरण
प्राथमिकी के अनुसार, छात्रा के पिता जो झारखंड पुलिस में आरक्षी हैं शुक्रवार सुबह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने पहुंचे थे। थोड़ी देर बाद उन्हें स्कूल से सूचना मिली कि दो अज्ञात लोग कैंपस के अंदर घुसकर छात्रा को जबरन कार में बैठाकर ले गए। पिता के बयान पर डोरंडा थाना में एफआईआर दर्ज की गई।
मुख्य आरोपी पुलिसकर्मी का रिश्तेदार निकला
जांच के दौरान पुलिस ने वाहन की पहचान की तो वह पड़ोसी और पुलिसकर्मी शंभु यादव की कार निकली। मामले में शंभु यादव के साले रितेश कुमार और उसके साथी की भूमिका सामने आई।
जानकारी के अनुसार, रितेश कुमार चतरा जिले का निवासी है और अक्सर अपने जीजा शंभु यादव के घर आता-जाता था। इस दौरान उसने छात्रा के साथ अशोभनीय व्यवहार किया, जिसकी शिकायत छात्रा ने पहले ही अपने पिता से की थी।
हजारीबाग से सकुशल बरामद हुई छात्रा
घटना के बाद रांची पुलिस ने कई टीमों का गठन कर लगातार छापेमारी अभियान चलाया। आखिरकार रविवार की सुबह छात्रा को हजारीबाग जिले से सकुशल बरामद कर लिया गया। दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
रांची एसएसपी ने कहा हमने 48 घंटे के भीतर छात्रा को सुरक्षित ढूंढ निकाला है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। यह मामला हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का था।
स्कूल की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद लोरेटो स्कूल प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
अपहरण स्कूल परिसर के अंदर हुआ, लेकिन प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी पर कोई जवाब नहीं मिला।
मीडिया द्वारा संपर्क करने की कोशिशों के बावजूद स्कूल प्राचार्या ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
छात्रा के पिता ने जताई नाराजगी कहा मेरी बेटी स्कूल के भीतर सुरक्षित नहीं थी।मैंने पहले भी उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया।” उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की जांच जारी
रांची पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या आरोपी पूर्व नियोजित साजिश के तहत स्कूल परिसर में घुसे थे। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और वाहन की ट्रैकिंग रिपोर्ट खंगाली जा रही है। पुलिस इस मामले को “गंभीर अपराध और बाल सुरक्षा उल्लंघन” के तहत देख रही है।
रांची में दिनदहाड़े हुई यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि स्कूलों में सुरक्षा प्रबंधन की पोल भी खोलती है। हालांकि छात्रा को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है, लेकिन यह मामला सरकार और स्कूल प्रशासन — दोनों के लिए बाल सुरक्षा तंत्र को पुनः मजबूत करने का चेतावनी संकेत है।










